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बायर्न म्यूनिख के मैनेजर फ्लिक ने कहा- उन खिलाड़ियों की तारीफ करनी चाहिए जो खेलते नहीं, पर जीत का माहौल बनाते हैं

करिअर के सबसे बड़े मैच के पहले पेर मेर्टसेकर को जर्मनी के ट्रेनिंग सेंटर के एक कमरे में बुलाया गया और कहा गया कि आप यह मैच नहीं खेलेंगे। मैनेजर जोआकिम लोव ने कहा- फ्रांस के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में मैं कुछ बदलाव कर रहा हूं। मेर्टसेकर टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी थे। वे 2014 वर्ल्ड कप में क्वार्टर फाइनल के पहले पूरे समय मैदान पर रहे थे। वे चौंक गए।

इसके बाद लोव ने अपने असिस्टेंट हेंसी फ्लिक को मेर्टसेकर से बात करने भेजा। फ्लिक ने मेर्टसेकर को समझाया। जर्मनी ने फ्रांस को 1-0 से हराया। सेमीफाइनल में ब्राजील को 7-1 और फाइनल में अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर वर्ल्ड चैंपियन बना था। यह पहला वाकया था, जब फ्लिक लाइमलाइट में आए। पिछले साल नवंबर में फ्लिक जर्मनी के सबसे बड़े फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख के मैनेजर बने।

बायर्न ने चैम्पियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में बार्सिलोना को 8-2 से हराया। खिलाड़ियों के प्रदर्शन में कोच की मेहनत साफ नजर आ रही थी। मेर्टसेकर बताते हैं- फ्लिक ने लोव से हमेशा सब्सटिट्यूट की प्रशंसा करने के लिए कहा। वे कहते थे कि फर्स्ट टीम की हमेशा तारीफ नहीं करनी चाहिए। उनकी तारीफ करनी चाहिए जो नहीं खेलते, लेकिन पूरे हफ्ते मेहनत करते हैं और खेलकर जीतने का माहौल बनाते हैं।

54 साल की उम्र में वापसी
फ्लिक 80 के दशक में बायर्न की ओर से खेलते थे। उनके पुराने साथी ओलेफ थॉन बताते हैं- फ्लिक बायर्न के खेल के कल्चर से वाकिफ थे। 2000 में संन्यास के बाद कोचिंग करिअर शुरू किया। जोआकिम लोव के साथ जर्मन टीम के असिस्टेंट कोच के रूप में 8 साल तक रहे। हालांकि, वे 54 साल की उम्र में बायर्न वापस लौटे थे। उन्होंने 14 साल से किसी टीम को मैनेज नहीं किया था।

बायर्न म्यूनिख ने सभी 8 मैच जीते
फ्लिक ने घरेलू सीजन पूरी तरह बदली हुई टीम के साथ खत्म किया। बायर्न ने बुंदेसलिगा और जर्मन कप अपने नाम किया। चैंपियंस लीग की सबसे सफल टीम रही। नॉकआउट के पहले सभी 8 मैच जीते। फिर बार्सिलोना और चेल्सी को 8-2, 7-1 से हराया। फ्लिक इस बात पर जोर देते हैं कि खिलाड़ी गेंद के साथ क्या कर सकते हैं। खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का बेहतर इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।

खिलाड़ियों को मानसिक रूप से सपोर्ट करते हैं
पेर्टसेकर कहते हैं- वे व्यक्ति को अपने लॉजिक और भावनाओं से आसानी से समझा सकते हैं। वे बहुत अच्छे कम्युनिकेटर हैं। वे खिलाड़ियों के साथ समय बिताते हैं। मानसिक रूप से सपोर्ट भी करते हैं। वे बहुत विश्वसनीय हैं। बायर्न जैसे क्लब में किसी कोच के लिए ऐसी स्किल होना बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि क्लब हाई-प्रोफाइल और हाई-अर्निंग पाने वाले स्टार खिलाड़ियों से भरा है।

- न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ विशेष अनुबंध के तहत



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बायर्न म्यूनिख के मैनेजर हेंसी फ्लिक इस बात पर जोर देते हैं कि खिलाड़ी गेंद के साथ क्या कर सकते हैं। अपनी प्रतिभा का बेहतर इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं। (फाइल फोटो)

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